बिहार में बाढ़ की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हुआ है। अन्न-पानी के लिए लोग आपस में लगातार खूनी संघर्ष कर रहे हैं। कई इलाकों से लूट और बलात्कार की खबरें भी आ रही हैं। पानी का बढ़ना तो रुक गया है लेकिन बरसात बनी रहने की दशा में नेपाल की ओर से और भी पानी छोड़ा जा सकता है।
ऐसे में सरकार ने ३००० से अधिक सैनिकों को राहत कार्य में लगाया है।
आशंका की जा रही है कि राहत कार्यों के लिए घोषित एक हजार करोड़ रुपये से अधिक कि राशि नौकर-कर्मचारी और सफेदपोश नेता ही डकार जायेंगे। बिहार सहित देश के कई हिस्सों में ऐसी आपदा सामग्री भी डकार जाने कि घटनाएँ होती रही है।
पिछले लालू सरकार के जमाने में हुए राहत कार्य घोटालों में कईयों को सजाये मिल चुकी हैं जबकि कई मामले अदालतों में अभी भी लंबित हैं।
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