कार से कुचलकर ६ लोग मरे गए थे। बाद में इस मामले में कई रोचक मोड़ आए। नंदा के दो वकीलों को कोर्ट ने गवाहों को खरीदने की कोशिशें करने का भी दोषी पाया है। एक बार तो ऐसा लग रहा था मानो पैसे के बूते नंदा बिल्कुल ही बच निकलेगा। सारे गवाह मुकर चुके थे। पुलिस मामले की तहकीकात में आनाकानी कार रही थी और अरियादियों की तरफ़ से कोई बोलनेवाला नही दीख रहा था।
अचानक एक टीवी चैनल के स्टिंग आपरेशन ने सब कुछ बदल डाला। चैनल ने साबित किया कि गवाह खरीदे गए हैं। बस फ़िर क्या था! अदालत सख्त हो गयी, दिल्ली पुलिस को हर बार की तरह एक और फटकर मिली और आखिरकार इंसाफ जीत गया।
नंदा को सजा कल सुनाई जायेगी।
रईसजादे को पाँच साल की जेल की सजा हुई है।
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