बाढ़ से घिरे बिहार वासियों की मुश्किलें बढ़तीं ही जा रही हैं। पहले पानी, फ़िर अन्न-पानी, फ़िर गुन्डे-लुटेरे और अब महामारी फैलने का खतरा।
बाढ़ में मरे अनगिनत जीव-जन्तुओं के अवशेष और चारों तरफ़ फैली गन्दगी धीरे-धीरे मुसीबतें बनती जा रही हैं। प्रशाशन अपनी तरफ़ से पूरी कोशिशें कर रहा है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर सफाई और व्यवस्था बनाये रखना कोई आसान बात नहीं है.
Tuesday, September 2, 2008
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment