Tuesday, September 16, 2008

लीमन का कहर

लीमन ब्रदर्स की बर्बादी से पैदा हुए विश्वव्यापी आर्थिक भूचाल ने भारत में भी हजारों नौकरियों को लील लिया है। कंपनी के देश में करीब २५०० कर्मचारी थे। उनकी नौकरियां तो गयीं। साथ में जो और जाने को तैयार हैं अब जरा उनकी सुनें।

  • टाटा कंसल्टेंसी और इन्फोसिस ने अपनी कर्मचारी बहाली नीतियों पर पुनर्विचार करने का निर्णय किया है। दूसरे शब्दों में कहें तो ये कम्पनियाँ फिलहाल कोई नई भर्तियाँ नहीं करेंगी। छंटनी की आशंका करें।
  • सत्यम कंप्यूटर ने ४५०० कर्मियों की छंटनी करने का फ़ैसला किया है।
  • विदोशों में कार्य कर रहे हजारों भारतीय सोफ्टवेयर विशेषज्ञ जल्दी ही घर आने वाले हैं।
  • भारतीय मुद्रा रूपये की कमर टूट गई। आज यह डॉलर के मुकाबले करीब २% गिर कर ४६ रूपये पर आ गया।
  • पेट्रोलियम आयत खर्च बेतहाशा बढ़ जाएगा। (भारत को प्रति डॉलर अधिक रूपये देने पड़ेंगे।)
  • रूपये की कमजोरी का फायदा निर्यातकों को नहीं मिलेगा क्योंकि अमेरिकी आयातक आर्थिक मंदी के शिका रहो जायेंगे।
  • पेट्रोलियम की कीमतों में गिरावट का लाभ रुपया के टूटने से कारगर नही रह जाएगा।
  • निवेशकों का बाजार से भरोसा लंबे समय के लिए उठ जाएगा।

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